
रिपोर्ट/हैदर अली
घने कोहरे और शीतलहर ने बरेली को किया बेहाल, सड़कों से लेकर मजदूरी तक ठप
बरेली में शीतलहर और घने कोहरे ने जनजीवन को पूरी तरह जकड़ लिया है। बुधवार तड़के से ही शहर घने कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया। हालात इतने खराब रहे कि राष्ट्रीय राजमार्गों से लेकर शहर की अंदरूनी सड़कों तक वाहन रेंगते दिखे। कई इलाकों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई, जबकि कुछ समय के लिए विजिबिलिटी लगभग शून्य के करीब पहुंच गई। मजबूरी में वाहन चालकों को फॉग लाइट, इंडिकेटर और धीमी रफ्तार के सहारे सफर करना पड़ा।
मौसम विभाग ने बरेली समेत आसपास के जिलों के लिए घने से अत्यंत घने कोहरे और शीतलहर को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक पहाड़ी क्षेत्रों से आ रही ठंडी हवाओं के कारण तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। आने वाले दिनों में ठंड और तेज होने के आसार हैं, जिससे जनजीवन पर असर और बढ़ सकता है।
बरेली का न्यूनतम तापमान करीब 7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जबकि अधिकतम तापमान 21 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। रात के समय पछुआ हवाओं के चलते ठिठुरन और बढ़ गई है, जिससे खुले में रहने वाले लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
ठंड बढ़ने के साथ ही सरकारी और निजी अस्पतालों में सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। चिकित्सकों का कहना है कि लंबे समय तक कोहरे और ठंडे मौसम में रहने से वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
सबसे ज्यादा मार रोज कमाने–खाने वाले मजदूरों पर पड़ी है। बदायूं रोड समेत विभिन्न मजदूर अड्डों पर सुबह से लोग काम की तलाश में पहुंचे, लेकिन मौसम खराब होने के कारण अधिकांश को बिना काम लौटना पड़ा। मजदूरों का कहना है कि लगातार काम न मिलने से परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है।
ठंड और कोहरे से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां:
सुबह और देर रात अनावश्यक बाहर निकलने से बचें
वाहन चलाते समय फॉग लाइट का सही उपयोग करें
बच्चों और बुजुर्गों को पूरी तरह गर्म कपड़ों में रखें
गर्म पानी और पौष्टिक गर्म भोजन का सेवन करें
बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें
अलाव और हीटर का इस्तेमाल पूरी सावधानी के साथ करें
