
रिपोर्ट / सै. अज़हर उस्मान
शाहजहांपुर के ब्लॉक खुदागंज के ग्राम पंचायत अकबरी स्थित मदरसा अहसानुल बरकात अकबरी में आयोजित गौसुलवरा एवं दस्तारबंदी सम्मेलन में प्रमुख इस्लामिक धर्म गुरु सैय्यद अमीन मियां ने देशवासियों से अपने वतन से मोहब्बत करने की गुजारिश की। उन्होंने कहा, “हम अपने वतन से मोहब्बत क्यों न करें? हमारे हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि जिस वतन में रहो, उस वतन से मोहब्बत करो।” अमीन मियां ने सभी से आपस में एक होकर रहने और मुल्क की तरक्की के लिए दुआएं मांगने का आह्वान किया। साथ ही, उपस्थितजनों से सही इस्लामी रास्ते पर चलने की अपील की।उनके साहबजादे सैय्यद अमान मियां ने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए हर माता-पिता से बच्चों को पढ़ाने की गुजारिश की। उन्होंने प्रेरणादायक नारा दिया, “आधी रोटी खाएं, लेकिन बच्चों को जरूर पढ़ाएं।” कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण 22 बच्चों की दस्तारबंदी रही, जिन्होंने मदरसे में तालीम हासिल की। सैय्यद अमान मियां ने इन छात्रों के सिर पर दस्तार बांधकर उन्हें दुआओं से नवाजा और उज्ज्वल भविष्य की कामना की।मुंबई से पधारे मुख्य अतिथि हजरत सैय्यद अमीनुल कादरी ने गौसे आजम से निस्बत रखने का संदेश दिया। उन्होंने सभी जायरीनों का शुक्रिया अदा किया तथा समाज की भलाई और समृद्धि के लिए दुआएं मांगीं।मदरसा के मालिक हाजी हसनैन खान ने सभी अतिथियों, उलेमा और जायरीनों का आभार व्यक्त किया। सम्मेलन में प्रमुख हस्तियां उपस्थित रहीं:- अब्दुल कादिर खान बरकाती- मौलाना मुफस्सिर आलम मिस्बाही,- फूल हसन बरकाती,शकील बरकाती,सैफ शेख शोएब कामरान सुजात,सैय्यद अज़हर उस्मान (अधिवक्ता, सिविल कोर्ट तिलहर)कार्यक्रम में तमाम उलेमा इकराम और सैकड़ों क्षेत्रवासी शामिल हुए। यह आयोजन धार्मिक उत्साह, वतनभक्ति, एकता और शिक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने वाला साबित हुआ। सैय्यद अमीन मियां और सैय्यद अमान मियां की अपीलों ने उपस्थितजनों में जोश भरा, जो सामाजिक स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाली है।
