
सै. हैदर अली
बरेली। दरगाह आले रसूल, खानकाहे वामिकिया शाहदाना वली रोड पर 80 वां उर्से आले रसूल का आयोजन किया जाना है जिसके चलते 5 अक्तूबर रविवार को प्रेस काफ्रेंस मे उर्स का पोस्टर जारी किया गया , जिसमें सज्जादा नशीन हुज़ूर बदरे तरीकत सय्यद असलम मियाँ वामिकी जीलानी ने पोस्टर जारी करते हुये मीडिया को बताया कि इस साल सय्यदुल मशाएख, हज़रत सय्यद वामिक मियां का 80 वां और ताजुल औलिया, हज़रत सय्यद निशात मियां का 47 वां उर्स 10 अक्तूबर से 12 अक्तूबर तक ख़ानक़ाह वामिकीया में मनाया जायेगा। जिसमें 10 अक्तूबर बरोज़ जुमा (शुक्रवार) नमाज़ के बाद कुरानखानी के साथ उर्स का अगाज़ होगा और दोपहर 4 बजे मोहल्ला बाग अली अहमद तालाब से परचम कुशाई और चादरों का जुलूस निकाला जायेगा। जो आज़म नगर, बाँसमण्डी, साहू गोपीनाथ स्कूल होता हुआ मगरिब के वक्त खानकाह पहुचेगा। बाद नमाज़े ईशा महफिले समा रूहानी (कव्वाली) का प्रोगाम होगा और देर रात महबूबे ईलाही हज़रत निज़ामउद्दीन औलिया के कुल की रस्म अदा की जायेगी। 11 अक्तूबर बरोज़ हफ्ता (शनिवार) चादरो का जूलूस शहर के मुख्तलिफ इलाकों से आस्ताने पहुचेगा जिसमें खास तौर पर हाफिज़गंज, कुल्हाड़ापीर, हजियापुर, ब्रहम्पुरा शामिल है। 12 अक्तूबर बरोज़ इतवार कुल शरीफ दोपहर एक बजे होगा जिसमें सुबह क़ुरआन ख़्वानी से महफिल का आगाज़ होगा तकरीर उलमाए इकराम, नातो-मनकबत और ठीक 1 बजे कुल शरीफ की रस्म अदा की जायेगी और लंगरे आम होगा।खानकाह के सज्जादा नशीन सय्यद असलम मियाँ वामिकी ने बताया उर्स की तमाम तकरीबात (प्रोगाम ) हुज़ूर साहिबे सज्जादा सय्यद मोहम्मद मियाँ वामिकी जीलानी साहब की सरपरस्ती और सदारत में रहेगी। मीडिया प्रभारी शानू अतहर वामिकी ने बताया, उर्स की सभी ज़िम्मेदारियां वामिकया एजूकेशन वेल्फेयर सोसायटी को सौंप दी गई है।
