


बरेली, विभागीय सुत्रो के मुताबिक बीते माह में शहर के एक एक नेता के पुराने नाम के अस्पताल का पंजीकरण निरस्त करने के बाद नये नाम से अस्पताल का पंजीकरण न करने की सज़ा आखिरकार आज एसीएमओ डॉ राकेश को मिल ही गई दरअसल बरेली के स्वास्थ्य विभाग में अचानक ही मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ विश्राम सिंह ने एसीएमओ डॉ राकेश से निजी अस्पतालों के पंजीकरण करने व झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही करने का अधिकार छीन कर एसीएमओ डॉ अमित को सौप दिया और डिप्टी सीएमओ डॉ लईक अहमद अल्ट्रासाउंड सेंटर के पंजीकरण करने की जिम्मेदारी सौंपी है मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ विश्राम सिंह की इस कार्यवाही से विभाग में तरह तरह की कानाफूसी का दौर शुरू हो गया और सब अपने अपने नजरिए से कानाफूसी कर रहे हैं कुछ लोगों का मानना है कि सपा नेता के अस्पताल का पंजीकरण निरस्त होने के बाद एसीएमओ डॉ राकेश ने एक नेता के अस्पताल का पुनः पंजीकरण नहीं किया था सुत्रो की मानें तो एक नेता के अस्पताल के पंजीकरण करने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ विश्राम सिंह ने भी एसीएमओ डॉ राकेश से कई बार कहा था मगर एसीएमओ डॉ राकेश ने एक नेता से नियमनुसार अन्य विभागों की एन ओ सी जमा करने को कहा जोकि सपा नेता के पास नहीं थी जिसपर एसीएमओ डॉ राकेश ने सपा नेता के अस्पताल का नये नाम से पंजीकरण नहीं किया था जिसके एवज में आज मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ विश्राम सिंह ने एसीएमओ डॉ राकेश से कई अधिकार छीन लिए हैं
