मामले की निगरानी में फरीदपुर पुलिस के साथ जुटीं एसपी साउथ अंशिका वर्मा

फरीदपुर, बरेली। करोड़ों रुपए के गबन के मामले में प्रकाश में आई फरीदपुर की जिला सहकारी बैंक शाखा के तत्कालीन शाखा प्रबंधक गौरव वर्मा को फरीदपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर कड़ी पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बड़े स्तर का वित्त घोटाला होने के कारण मामले की निगरानी एसपी साउथ अंशिका वर्मा कर रहीं हैं। जिला सहकारी बैंक की फरीदपुर शाखा में 1.31 करोड़ रुपये के गबन का खुलासा होने पर तत्कालीन शाखा प्रबंधक गौरव वर्मा व तत्कालीन शाखा प्रबंधक मुकेश कुमार गंगवार, कैशियर चंद्र प्रकाश व दीपक पांडेय को निलंबित कर दिया गया था। फरीदपुर बैंक शाखा के वरिष्ठ सहायक अंकित कुमार ने बताया की जांच के दौरान बैंक के चारों कर्मचारियों द्वारा मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार करते हुए अपने पद का दुरुपयोग कर एक करोड़ 31 लाख 6 हजार 69 रुपए का गवन किया गया। आरोपियों के खिलाफ जिला सहकारी बैंक के उप महाप्रबंधक सर्वेंद्र सिंह चौहान ने चारों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करायी। उप महा प्रबंधक ने बताया कि शाहजहांपुर के किसानों की सम्मान निधि त्रुटिवश बैंक शाखा में आ गई थी। रिपोर्ट दर्ज कराये जाने के बाद एक बड़े वित्त घोटाले को लेकर एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने अपनी निगरानी में फरीदपुर थाना के क्राइम इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार को जांच सौंपी। एसपी साउथ ने पुलिस अधिकारियों को आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए मामले की गहराई से जांच करने को कहा। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें दविश दे रही हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार वित्त घोटाले में बैंक के अन्य कर्मचारियों की भी भूमिका संदेहास्पद मानी जा रही है। बैंक के आंतरिक दस्तावेजों एवं डेबिट क्रेडिट रजिस्टर और सर्वर लाग की बारीकी से जांच के साथ जांच में फॉरेंसिक ऑडिट भी शामिल होने की संभावना है। प्रभारी निरीक्षक राधेश्याम ने बताया कि आरोपी गौरव वर्मा से पूछताछ के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा है, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जल्दी ही सभी आरोपी हिरासत में होंगे। जिला सहकारी बैंक के उप महाप्रबंधक सर्वेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि बैंक की अन्य शाखाओं में उच्च स्तर षर ऐसे मामलों पर निगरानी रखी जा रही है किसी भी संदेहास्पद स्थिति में बैंक कर्मी लिप्त पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
