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बरेली में झोलाछापों पर स्वास्थ्य विभाग की सख्ती: कुंभकर्ण की नींद सोया विभाग आखिरकार जाग गया

नवागत नोडल अधिकारी सख्त मिजाज में नजर आ रहे

रिपोर्ट / जहरा खान उर्फ नैना खान

बरेली : स्वास्थ्य विभाग ने अवैध चिकित्सा संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का सिलसिला जारी रखा है। गुरुवार को नोडल अधिकारी डॉ. अमित कुमार के नेतृत्व में टीम ने शीशगढ़ और दुनका क्षेत्रों में छापेमारी अभियान चलाया, जिसमें दो अपंजीकृत अस्पतालों और दो क्लीनिकों को सील कर दिया गया। यह कार्रवाई लगातार मिल रही शिकायतों और स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही के मद्देनजर की गई है।कहते हैं कि कुंभकर्ण की नींद सोया स्वास्थ्य विभाग आखिरकार जाग ही गया। नवागत नोडल अधिकारी डॉ. अमित कुमार सख्त मिजाज में नजर आ रहे हैं और अवैध संस्थानों पर लगाम कसने के लिए कमर कस चुके हैं। पहले जहां शिकायतें दब जाती थीं, अब विभाग की टीम फटाफट एक्शन मोड में आ रही है।छापेमारी का विवरणटीम ने एक साथ दो स्थानों पर दबिश दी। शीशगढ़ में तीन संस्थान चपेट में आए, जबकि दुनका में एक अस्पताल सील किया गया। सील किए गए संस्थानों में शामिल हैं:रेशमा जच्चा-बच्चा केंद्र एवं अल्ट्रासाउंड सेंटर, शीशगढ़आदेश क्लिनिक, शीशगढ़जच्चा-बच्चा क्लिनिक, शीशगढ़इंडियन हॉस्पिटल, दुनकाये सभी संस्थान बिना उचित पंजीकरण के संचालित हो रहे थे और झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा चलाए जा रहे थे। छापेमारी के दौरान स्टाफ ने विरोध की कोशिश की, लेकिन टीम ने सख्ती से कार्रवाई पूरी की। विभाग ने इन स्थानों से संबंधित दस्तावेज जब्त कर लिए हैं और आगे की जांच जारी है।विभाग का रुख सख्तस्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट संदेश दिया है कि लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाले फर्जी अस्पताल और झोलाछाप डॉक्टरों को बख्शा नहीं जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “ये अवैध संस्थान न केवल मरीजों की जान जोखिम में डाल रहे हैं, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को भी प्रभावित कर रहे हैं। हम सरकारी अस्पतालों को मजबूत बनाने के साथ-साथ इनके खिलाफ अभियान चलाएंगे।”विभागीय सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई केवल शुरुआत है। आने वाले दिनों में और भी बड़ी सर्जरी हो सकती है, जिसमें पूरे जिले के अन्य क्षेत्रों में छापे शामिल हैं। हाल ही में भोजीपुरा के ए-वन अस्पताल को लापरवाही के मामले में सील किया गया था, जहां प्रसव के दौरान गर्भवती महिला के पेट में कपड़ा छोड़ दिया गया था। इसी तरह, रिठौरा और भमोरा में भी अवैध क्लीनिकों पर कार्रवाई हो चुकी है।जनता के लिए सलाहस्वास्थ्य विभाग ने आमजन से अपील की है कि वे केवल पंजीकृत अस्पतालों और डॉक्टरों पर भरोसा करें। झोलाछापों से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 104 या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर करें। विभाग का यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह सुरक्षित न हो जाएं।

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