

बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में स्वास्थ्य विभाग ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए रामनगर आंवला क्षेत्र स्थित श्यामा अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील कर दिया। इस सेंटर का पंजीकरण न मिलने के कारण अभियोग दर्ज किया गया है। डिप्टी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (डिप्टी सीएमओ) डॉ. लईक अहमद अंसारी के नेतृत्व में टीम ने यह छापेमारी की, जिससे अवैध रूप से चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटर्स के स्वामियों में दहशत फैल गई है।डॉ. लईक अहमद अंसारी को हाल ही में अल्ट्रासाउंड सेंटर्स का नोडल अधिकारी बनाया गया है। उनकी दमदार कार्यशैली से फर्जी और नियमों के उल्लंघन वाले सेंटर्स के मालिकों की नींद उड़ी हुई है। कई सेंटर्स अब मानकों को पूरा करने के लिए हड़बड़ी में लगे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. विश्राम सिंह के नेतृत्व में डॉ. अंसारी और उनकी टीम ने आज रामनगर के इस सेंटर पर दबिश दी। जांच में पाया गया कि सेंटर का कोई वैध पंजीकरण नहीं था और यह पूरी तरह अवैध रूप से संचालित हो रहा था।कार्रवाई का विवरणटीम ने सेंटर का निरीक्षण किया, जहां अल्ट्रासाउंड मशीनों और अन्य उपकरणों की अनियमितताएं सामने आईं। डॉ. अंसारी ने बताया, “अवैध सेंटर्स से गर्भलिंग निर्धारण और अन्य स्वास्थ्य जोखिम बढ़ते हैं। हम सभी सेंटर्स पर नजर रखे हुए हैं।” सील करने के साथ ही सेंटर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। यह कार्रवाई केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में की गई है, जो पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत सख्ती बरतने का आदेश देता है।चेतावनी जारीडॉ. लईक अहमद अंसारी ने सभी अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर्स और मानकों के विपरीत चल रहे अस्पतालों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, “सभी केंद्र तत्काल अपने मानक पूरे कर लें। अन्यथा, सील करने के साथ ही कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हमारा उद्देश्य जन स्वास्थ्य की रक्षा करना है।” स्वास्थ्य विभाग ने जिले भर में अब तक दर्जनों सेंटर्स पर छापे मारे हैं, जिससे अवैध गतिविधियां कम हुई हैं।यह कार्रवाई बरेली में स्वास्थ्य सेवाओं को पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्थानीय लोगों ने डॉ. अंसारी की तारीफ की है, जो लगातार जागरूकता अभियान भी चला रहे हैं। अधिक जानकारी के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें।
